कोटा, मई 5, 2016: एक 16 साल के बच्चे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है जो किसी को भी रुला देगा|
इस छोटे बच्चे की छोटी बहन के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ है और न्याय के लिए भटकता इनका ग़रीब परिवार अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ आशा से देख रहा है|
उसकी बहन की उम्र केवल 12 साल की है और इस बालक ने ये भी लिखा है की क्यूंकी वो ग़रीब है इसीलिए उनकी आवाज़ कोई भी नहीं सुन रहा है|
इस बालक को सबसे ज़्यादा टीस इस बात की है की दुष्कर्म के बाद बलात्कारी खुले घूम रहे हैं|
बच्चे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘अंकल’ कहकर संबोधित किया है और उसका पत्र सबसे पहले इंडिया संवाद ने प्रकाशित किया है|
इस पत्र में बच्चे ने लिखा है की बलोट्रा (भीम कुआँ) पोलीस उन लोगों को बचना चाहती है जिन्होने उसकी छोटी बहन का सामूहिक बलात्कार किया है|
इस बालक ने ये भी लिखा है की जहाँ भारत सरकार बेटी बचाओ का नारा दे रही है वहीं राजस्थान में ठीक इसका उलट ही हो रहा है| ये बेटी बचाओ आंदोलन का मज़ाक उड़ाने जैसा ही है|
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित करते हुए उसने ये भी लिखा है की उनकी ग़रीबी का मज़ाक उड़ाया जाता है और जो बलात्कारी हैं वो खुले आम घूम रहे हैं|
देखने की बात ये है की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बच्चे और इसकी बहन को कैसे न्याय दिलाते हैं और इस पत्र का जवाब आता है या नहीं|
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बच्चों से पत्र व्यवहार करते रहते हैं और उनको अच्छे कामों के लिए प्रेरणा भी देते हैं|
देश में बढ़ती बलात्कार की घटनाओं पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पहले स्वतंत्रता दिवस (2014) के भाषण में कहा था, की हमें अपने बेटों को सही मार्ग दिखाने की आवश्यकता है, ना की बेटियों को| पर लगता है, उनकी ये बात समाज ने अनसुनी ही कर दी|