जाट समाज के बीच से ही शांति स्वर उठते दिख रहे हैं| भारत के पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने साफ साफ शब्दों जाट आंदोलन में लिप्त जाट लोगों से कहा है की हिंसा त्याग दो और जिसकी जो भी माँग हो वो संवैधानिक तरीक़े से रखो।
एक ट्वीट के ज़रिए उन्होने ये बात कही, ये गौरतलब है की वीरेंद्र सहवाग खुद भी जाट समुदाय से हैं| वीरेंद्र सहवाग ने ये भी कहा की हम रक्षक हैं, हिंसक नहीं।
वीरेंद्र सहवाग आगे बोले: “देश की सेना और खेल जगत और ना जाने कितनी चीज़ों में देश का नाम ऊँचा किया है। हमारा जोश देश के भले लिए इस्तेमाल होना चाहिए।”
जाट समुदाय का आरक्षण के लिए प्रदर्शन बेहद हिंसक हो उठा है और इसके ख़त्म होने के आसार नहीं दिख रहे हैं| इससे पहले भी पटेल और बाकी समुदाय आरक्षण की माँगों को लेकर हिंसक प्रदर्शन कर चुके हैं|
जाट समुदाय आरक्षण की मांग पर अड़ा हुआ है जबकि हरियाणा के मुख्यमंत्री एमएल खट्टर उनसे शांति बनाये रखने की अपील कर रहे हैं लेकिन विरोध प्रदर्शनों जस के तस हैं जिससे रोहतक, जींद, भिवानी, झज्जर, सोनीपत और हिसार में सामान्य जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
हरियाणा में 30 प्रतिशत की आबादी रखने वाली जाट बिरादरी अपने लिए ओबीसी कैटेगरी में आरक्षण चाहती है। और यह क़ानूनी तौर पर संभव नहीं है।
हरियाणा में 67 प्रतिशत आरक्षण पहले से ही लागू है। अनुसूचित जाति को 20 प्रतिशत, बैकवर्ड क्लास-ए को 16 प्रतिशत, बैकवर्ड क्लास-बी को 11 प्रतिशत, स्पेशल बैकवर्ड क्लास को 10 प्रतिशत और आर्थिक रूप से बैकवर्ड क्लास-सी को 10 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान है। जाट नेता अपनी बिरादरी के लिए अब ओबीसी कैटेगरी में आरक्षण चाहते हैं। अब इसमें हरियाणा सरकार क्या करे? सोचने वाली बात ये है की जब जाट आंदोलन करने वाले लोगों को ये बात पता है, तो हिंसक प्रदर्शन करके वो क्या करना चाहते हैं?क्या एक दूसरे जात के मुख्यमंत्री को सत्ता से खदेड़ना इस आंदोलन का मकसद हो सकता है? क्या ये हो सकता है की इस आंदोलन के ज़रिए कुछ तत्व जाटों को गुमराह करके उनको उकसा रहे हैं? इन सभी प्रश्नों के उत्तर ढूँढने आती-आवश्यक हैं वरनाऐसे प्रदर्शन आगे होते ही जाएँगे|
महेंद्र सिंह टिकैत और देवी लाल जैसे नेताओं की कमी जाट समाज को भारी पड़ रही है और साथ ही साथ भारत को भी| इस तरह के हिंसक प्रदर्शन जिसमें भारत की जनता को भारी नुकसान हो और आमजन दुखी हो उससे किसी को कोई लाभ नहीं होने वाला| वीरेंद्र सहवाग एक जानी मानी हस्ती हैं, उम्मीद है जाट समाज उनकी कुछ सुनेगा|
अभी थोड़ी ही देर पहले एक और जाट समाज के सितारे बॉक्सर विजेंदर सिंह ने भी एक वीडियो संदेश में लोगों से शांति और भाईचारे बनाए रखने की अपील की है| उनका वीडियो यहाँ देखें|
इससे पहले वीरेंद्र सहवाग के दोस्त क्रिकेटर गौतम गंभीर ने अपने गुस्से का इज़हार किया था जाट प्रदर्शन पर| उन्होने पूछा था की सैनिक कभी भी आरक्षण का नहीं सोचता, उनकी इज़्ज़त करो|