श्रद्धांजलि: भारतीय सेना के जवानो की वीरगति और नागरिक चिंतन

दिल्ली, अप्रैल 14, 2016: भारत के दो जवानों ने देश के लिए प्राणों की आहुति दी| श्रद्धांजलि देने वालों का सिलसिला चल रहा है| जवानों के नाम हैं शहीद मेजर अमित देसवाल, 21 स्पेशल फोर्सस से जो की भारत के उत्तर पूर्व में शहीद हुए|

भारत, भारतीय सेना, वीरगति, शहीद, सैनिक, श्रद्धांजलि, मेजर अमित देसवाल, 21 स्पेशल फोर्सस, राइफ़ल मैन गोकुल चंद यादव, 35 असम राइफल्स, हरियाणा, मणिपुर

 

और राइफ़ल मैन गोकुल चंद यादव, 35 असम राइफल्स से थे और उत्तर पूर्व में शहीद हुए|

भारत, भारतीय सेना, वीरगति, शहीद, सैनिक, श्रद्धांजलि, मेजर अमित देसवाल, 21 स्पेशल फोर्सस, राइफ़ल मैन गोकुल चंद यादव, 35 असम राइफल्स, हरियाणा, मणिपुर

 

भारतीय सेना ने इन शहीदों को नमन  श्रद्धांजलि दी है| जनरल दलबीर सिंह और सभी सेना के पद अधिकारीओं ने इस मुश्किल घड़ी में इन शहीद सैनिकों को परिवारों को संबल देने का प्रयास भी किया है|

ज़ेलियनगरोंग युनाइटेड फ्रंट के आतंकीओं के साथ हुई मुठभेड़ में इन दोनो ने शहादत प्राप्त की| ये सब मणिपुर में हुआ|

राष्ट्रीय राइफल्स एवं स्पेशल फोर्सस के जवानों ने एक साथ एक ऑपरेशन किया था तामेंगलोंग में जहाँ सुबह एक आतंकी भी मारा गया था| शाम को मेजर को गोली लगी और वो शहीद हो गये| शहीद मेजर हरियाणा के झज्जर से हैं और इस वीरगति के बाद श्रद्धांजलि देने वाले आने लगे हैं||

भारत के दोनो जवानों ने अंतिम समय तक देश और देश के नागरिकों की सुरक्षा की और अपनी इस कर्म को धर्म मानकर अपने प्राणों की आहुति दी|

मणिपुर से आतंकवाद का जड़ से उन्मूलन करने के लिए भारतीय सेना प्रयासरत है| मणिपुर में कई आतंकी संगठन जहाँ भारत के साथ समझौता कर चुके हैं, वहीं कुछ अभी भी भारत और भारतीय नागरिकों के हितों को नुकसान पहुँचना चाहते हैं| उनके इन इरादों को विफल करने के लिए सेना कई ऑपरेशन चलती रहती है और हाल-फिलफाल उसको काफ़ी सफलता भी हासिल हुई है| पर दोनो जवानों की शहादत ने भारत के जनमानस को झकझोर कर रख दिया है|

श्रद्धांजलि देने वाले कई नागरिक इस समय बेहद आहत हैं और वो जानना चाहते हैं की कैसे भारत के सैनिकों के हितों और जीवन की और बेहतर तरीके से रक्षा की जा सकती है| ये एक वाजिब सवाल है, क्यूंकी जो सैनिक इस देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने से पीछे नहीं हटते उनके लिए अगर नागरिक चिंतन नहीं करेगा तो कौन करेगा?

पिक्चर क्रेडिट: ADGPI – Indian Army