छत्तीसगढ़ में 1000 साल पुरानी गणेश प्रतिमा पहाड़ी से नीचे फेंकी गई

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में जहाँ नक्सलियों का बोल बाला है वहाँ 1000 साल पुरानी गणेश प्रतिमा को पहाड़ी से नीचे धकेलना का मामला सामने आया है और इसके लिए नक्सली तत्वों को पुलिस ज़िम्मेदार बता रही है| तफ़तीश शुरू हो गई है|

कमलोचन कश्यप जो की दंतेवाड़ा के एसपी हैं ने प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया को बोला की वो इसके पीछे के ज़िम्मेदार लोगों की खोज में लगे हैं|

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1000 साल पुरानी धरोहर का ये हाल हुआ है| प्रतिमा का ये टूटा हिस्सा बताता है की भारत में सांस्कृतिक धरोहरों की क्या कीमत है|

 

इस गणेश प्रतिमा पर आज भी पूजा के पुष्प चढ़ाए जाते थे और जो लोग इसको देखने गये उन्होने बताया की गणेश मूर्ति को गायब पाया गया|

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दो तस्वीरें जो बताती हैं की प्रतिमा के जाने के बाद कैसा लगता है दृश्य|

इस मूर्ति को ढूँढने के दौरान पता चला की इसको 1000 फीट की पहाड़ी की उँचाई से फेंका या धकेला गया है|

गणेश मूर्ति को फेंकने के पीछे नक्सली?

लोगों ने ही पुलिस को बताया है की कुछ अराजक तत्व यहाँ कुछ दिन पहले देखे गये थे और वो इस बात से परेशन थे की गणेश प्रतिमा को मानने आने वाले लगातार आए जा रहे थे|

ये मूर्ति 10वी शताब्दी की है और नागवंशी साम्राज्य के दौरान इसको एक ढोल की आकृति वाली एक पहाड़ी पर स्थापित किया गया था|

ये पहाड़ी रायपुर से 450 किलोमीटर अंदर है|

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