मौलाना कल्बे सादिक़ ने एक बड़ा दिया है उन्होने मुसलमान समुदाय से कहा है की वो हिंदुओं से प्रेम प्यार से रहना सीखें!
दैनिक अमर उजाला ने इस खबर को छापा है औ बताया है की मौलाना कल्बे सादिक़ ने कहाँ है की वर्ग और जातियों के बावजूद हिंदू आपस में लड़ते नहीं फिरते जबकि मुसलमान सिर्फ़ दो गुट होने पर भी लड़ते रहते हैं|
मौलाना कल्बे सादिक़ का इशारा सुन्नी और शिया मतभेदों पर आए दिन होने वाली मार-काट पर था|
पर क्या वो भी अहमदिया मुसलमानों को मुसलमान नहीं मानते क्यूंकी दो गुट होने की बात से तो यही लगता है की उनकी नज़र में भी सिर्फ़ शिया और सुन्नी ही हैं?
ना केवल इतना ही, वो यहाँ तक बोले की भारत माता की जे वो एक बार नहीं सौ बार बोलेंगे उन्होने ये भी कहा की जो माता नहीं बोल सकते वो अम्मी बोलें|
कुछ वक़्त पहले ही वाराणसी के कच्चीबाग कल्बे सादिक ने एक मजलिस को संबोधित करते हुए ये तक कह डाला था की जो मुस्लिम लव जेहाद करे उसे मार देना चाहिए|
पाकिस्तान में शिया समुदाय को आए दिन तकलीफ़ पहुँचाई जा रही है| हज़ारा शिया मुसलमानों को एक बड़ा धड़ा पाकिस्तान से बाहर खदेड़ देना चाहता है| अभी 48 घंटे पहले ही अफ़ग़ानिस्तान में इस्लामिक स्टेट ने शिया हज़ारा समुदाय पर जानलेवा हमला कर दिया था| इस हमले 80 मारे गये और 260 से ज़्यादा गंभीर हालत में अस्पतालों में भरती है| ये हमला मात्र इसिलिए किया गया क्यूंकी वो शिया थे|
मौलाना कल्बे सादिक़ ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के शीर्ष नेता हैं और शिया मुस्लिम समाज में इनका बोलबाला है| उन्होने ही पाकिस्तान को पापीस्तान कह कर हड़कंप मचा दिया था की उस मुल्क़ में हमेशा मार काट होती ही रहती है|
क्या मौलाना का इशारा इसी तरह की घटनाओं की तरफ था? अगर हन तो इनको भारत के हालात भी नहीं भूलने चाहियें, क्यूंकी यहाँ भी शिया-सुन्नी समुदाय में मतभेद हैं|