पाकिस्तानी मीडीया के अनुसार जैसे ही भारत के नेवी ऑफिसर कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान मिलिट्री कोर्ट द्वारा मौत की सजा सुनाई गयी उसके कुछ ही दिन के बाद भारत की रॉ ने बदले की भावना से प्रेरित होकर पाकिस्तान के रिटायर्ड कर्नल को अगवा किया।
इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक 8 अप्रैल को रावलपिंडी के रावत पुलिस स्टेशन में इस बाबत एफआईआर दर्ज कराई गई है कि पाकिस्तानी सेना के लेफ्टिनेंट कर्नल (रिटायर्ड) मोहम्मद हबीब जहीर नेपाल के लुंबिनी से गायब हैं।
हबीब पाकिस्तानी आर्मी के पूर्व आर्टिलरी ऑफिसर रह चुका है और उसने कुलभूषण जाधव को पकड़वाने में पाकिस्तानी अफसरों के साथ जाल बनाया था, ऐसे भी बातें पाकिस्तान से आ रही हैं| हबीब एक समय आईएसआई के लिए भी काम कर चुका है।
कुलभूषण जाधव के खिलाफ पाकिस्तानी कार्यवाही से खफा रॉ ने लिया बदला?
उसके बेटे जहीर ने पाकिस्तानी पुलिस को बताया कि उनके पिता अक्टूबर 2014 में पाकिस्तान आर्मी से रिटायर हुए और उसके बाद से ही वो फैसलाबाद की राफहान मिल्स में जॉब करते थे। आगे उसने ये भी बताया कुछ महीने पहले ही उसके पिता के फोन पर एक फोन आया और उसको स्ट्रैटजिक सोल्यूशन्स कंसल्टेंसी फर्म में नौकरी का ऑफर दिया गया जो स्वीकार कर लिया गया| मार्च 24, 2016, चमन बलोचिस्तान से कुलभूषण जाधव को पकड़ा गया था, ये जॉब ऑफर हबीब को इसके बाद ही मिला है ऐसी बातें कही जा रही है|
इसके बाद उन्हें नौकरी का ऑफर लेटर भी ई-मेल के जरिए भेजा गया और इस कंपनी में जोनल डायरेक्टर का पद दिया गया जिसकी साईलरी सैलरी थी 8500 डॉलर (7.5 लाख रुपये पाकिस्तानी रुपये में) प्रति महीने के हिसाब से। हबीब 4 अप्रैल को लाहौर के लिए निकल गए और उसको उसकी कंपनी से ओमान के जरिए नेपाल की यात्रा के लिए बिजनेस क्लास का टिकट मिला|
अब ये कहा जा रहा है की ओमान से उड़ान भरने के बाद लेफ्टिनेंट कर्नल जहीर 6 अप्रैल को काठमांडू पहुंचे और वहाँ से लुंबिनी पहुंचे। उन्होने वहाँ खूब एंजाय किया और एक तस्वीर हबीब जो की एक एयरक्राफ्ट के सामने खड़े होने की है उन्होने खीची और अपने परिवार वालों को भेजी|
इसके बाद से उनका संपर्क टूट गया और अभी तक इस पाकिस्तानी अफ़सर का कोई पता नहीं है| पाकिस्तान लगातार कुलभूषण जाधव के नाम का इस्तेमाल करके कह रहा है की ये सब रॉ ने कराया है| पर उसके पास फिलहाल बातों के सिवाय कुछ नहीं है| खैर ये मामला गर्माता ही जा रहा है, अभी पाकिस्तानी अख़बार डॉन ने कहा है की मोहम्मद ख़लील, इमियज़ और रशीद, जो की रॉ के लिए कार्य कर रहे थे उनको पाकिस्तानी अधिकृत कश्मीर से कल पकड़ा गया है| ये गिरफ्तारी तरोती गाँव, अबासपुर से हुई हैं| इस बात पर भी संदेह संभव है क्यूंकी पाक अधिकृत कश्मीर में जहाँ मानवाधिकार की चिड़िया भी पर नहीं सकती वहाँ दूसरे देश के जासूस क्या करने पहुँचे और कैसे, ये तो पाकिस्तान की माया है और पाकिस्तानी ही जानें|
पर अगर रॉ ने वाकई ये कार्य किया है, तो इसका मतलब साफ है की कुलभूषण जाधव की घरवापसी जल्दी ही हो सकती है| ये भारत के लिए और कुलभूषण जाधव के परिवार के लिए अच्छी खबर हो ऐसी आशा करनी चाहिए|