पाकिस्तान का स्टॉक मार्केट थर-थर कांप रहा है और उसे भारत से होने वाले युद्ध का डर सताने लगा है| इस बुद्धवार को पाकिस्तानी स्टॉक मार्केट अपने 2 हफ्ते के सबसे नीचे के स्तर पर था और अभी भी शेयर मार्केट भारत से बढ़ती गर्मी से परेशन है|
पाकिस्तान के अख़बार ‘दा न्यूज़‘ ने एलिक्शीर सेक्युरिटीस के फ़ैसल बिलवनी को जब पूछा तो उन्होने साफ साफ भारत की तरफ से बढ़ती गर्मी की तरफ इशारा करके कहा की सरहद पार से आती गर्मी अब स्टॉक मार्केट को भी लग रही है|
जहाँ भारत की अर्थव्यवस्था मज़बूत है, वहीं पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था के बारे में कुछ ना बोलना ही शायद सही होगा| यही कारण है की ये देश भारत से सीधे लड़ना ही नहीं चाहता क्यूंकी एक पूर्ण युद्ध की कीमत अदा करने की उसकी हैसियत नहीं है| भारत भी युद्ध नहीं चाहता पर अगर उसने पाकिस्तान के खिलाफ खुले तौर पर राजनीतिक प्रेशर भी बनाया तो वो भी पाकिस्तान के लिए घातक ही सिद्ध होगा, क्यूंकी एक मुल्क के तौर पर इसकी पहचान बेहद निम्न दर्जे की ही है|
दरअसल पाकिस्तानी जो दूसरे देशों में बैठे हैं वो वहाँ भी वही कर रहे हैं जो वो पाकिस्तान में अपने लोगों के साथ करते हैं मतलब वो वहाँ भी आतंकवाद ही फैला रहे हैं| अमरीका का दुश्मन ओसामा बिन लादेन और दुनिया भर के आतंकवादी पाकिस्तान में ही बैठे हैं और ये बात किसी से छुपी नहीं हैं|
पाकिस्तानी मूल के बूढ़े मर्दों ने ब्रिटेन में नाबालिग लड़के लड़कियों को अपनी हवस का शिकार बनाया तो उसने ब्रिटेन में अन्जम चौधरी जैसे अतिवादी भी दिए जिससे वहाँ का माहौल भी खराब हो गया है| पाकिस्तान की छवि एक मुल्क के तौर पर ही नहीं बल्कि उसके लोगों की वजह से ज़्यादा खराब है| यही कारण है की सौदी अरब जैसे मुस्लिम देश ने भी पाकिस्तान से आई लड़कियों से शादी ना करने का फरमान 2014 में ही दे दिया था| पाकिस्तान के साथ साथ बांग्लादेश और म्यांमार की रोहिंगया महिलाएँ भी इसमें शामिल थीं|
पाकिस्तान से मुस्लिम देश भी खफा
इस देश को भले ही आतंकवादी मुल्क का दर्जा ना दिया गया हो, पर ये एक आतंकवादी मुल्क के रूप में मशहूर है| बलोच और सिंधी मुस्लिमों से लेकर, इस मुल्क ने ईसाई और हिंदुओं का भी जीना हराम कर दिया है जिसकी वजह से भारत को इसके नागरिकों को शरण देनी पड़ रही है| ईरान और अफ़ग़ानिस्तान भी इसी देश से परेशन हैं और सौदी अरेबिया में इसके लोगों को आए दिन मादक पदार्थ ले जाने के जुर्म में लटकाया जा रहा है| मतलब साफ है, की अगर इसको आतंकवादी देश घोषित कर दिया जाता है तो भी कुछ ख़ास फ़र्क़ इसको नहीं पड़ेगा|
आगे देखें: