प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्देश पर तमिलनाडु में फैले बुखार (डेंगू) के प्रकोप की जांच के लिए कई विभागों के विशेषज्ञों का एक केंद्रीय दल राज्य में तैनात किया गया है। ये दल राज्य को डेंगू के प्रबंधन और वेक्टर नियंत्रण में तकनीकी सहायता प्रदान करेगा।
केंद्रीय दल में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम (एनवीबीडीसीपी), नई दिल्ली, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज (एलएचएमसी) और राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी), नई दिल्ली के डॉक्टर शामिल हैं। यह दल न केवल स्थिति का जायजा लेगा, बल्कि हाल ही में फैले बुखार के प्रकोप को प्रबंधित और इसका निवारण करने के लिए आवश्यक मार्गदर्शन भी देगा। केंद्रीय विशेषज्ञ दल राज्य के स्वास्थ्य मंत्री और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठकें भी करेगा।
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यह देखा गया है कि 2017 (12.10.2017 तक) के दौरान तमिलनाडु में कुल 12324 डेंगू के मामलें दर्ज किए गए और डेंगू के कारण 18 लोगों की मृत्यु हुई। सबसे अधिक मामले थूथुकुड़ी (1178), चेन्नई (1138), संकरनकोइल (1072), कोयंबटूर (942), तिरुपुर (782) और कन्याकुमारी (777) दर्ज किए गए हैं। डेंगू के कारण तिरुपुर (4), ईरोड (3), सेलम (3), कोयम्बटूर (2), करूर (2), त्रिची (1), संकरनकोइल (1), नमक्कल (1) और धर्मपुरी (1) व्यक्ति की मृत्यु हुई है।
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