भाजपा के धारदार वारों के आगे उत्तराखंड सरकार ने आख़िर घुटने टेक दिए|
पिछले शुक्रवार को हरीश रावत ने मुस्लिम स्टाफ के लिए 2 घंटे के नमाज़ ब्रेक की घोषणा की थी, जिसके बाद भाजपा की नलिन कोहली ने पूछा था की क्या हिंदुओं को भी ये सहूलियत देगी सरकार? इसके बाद से हरीश रावत सरकार बिल्कुल बैकफुट पर आ गई थी, और आज तो उसने अपने फ़ैसले के साथ एक और बात जोड़ दी है, की सभी धर्मों और जात के लोगों को छोटे छोटे ब्रेक मिलेंगे अपने पूजा पाठ के लिए बस उनको इसके लिए पहले से बताना होगा|
उत्तराखंड में हरीश रावत ग़लती कर बैठे हैं?
यहाँ उल्लेखनीय है की भाजपा ने अल्पसंख्यक तुष्टिकरण का आरोप भी सरकार पर जड़ दिया था| उत्तराखंड में वैसे ही जल्दी ही चुनाव होने हैं और यहाँ हरीश रावत की कांग्रेस और भाजपा की बराबर की टक्कर है इसीलिए तुष्टिकरण का आरोप रावत सरकार को आगे मुसीबत में डाल सकता था| पर सवाल यहाँ ये है, की सरकार ने सभी धर्मों के लोगों को ये सहूलियत एक साथ क्यूँ नहीं दीं?
ये कदम चारों और अपनी भद्द पीटने के बाद लेकर मुख्यमंत्री ने साबित कार्डिया है की वो भाजपा के दबाव में आ गई और ये कदम उठाया| अब इसके बाद अगर कोई ये कहे की उत्तराखंड के सरकारी दफ़्तर में काम कम होता है तो आप हरीश रावत को याद कीजिएगा|
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