योगी आदित्यनाथ पर कई पत्रकार अपनी राय रख रहे हैं|
जानें योगी आदित्यनाथ पर क्या बोले पत्रकार और हमें भी ये बतायें की आप किस पत्रकार की राय से ज़्यादा सहमत हैं:
राहुल कंवल की नज़र में उनको एक मौका देना चाहिए और पहले से ही कोई राय नहीं बनानी चाहिए|
Writing off @YogiBJP is easiest thing to do. Give him a chance. See what he does. And judge him for his work as UP CM.
— Rahul Kanwal (@rahulkanwal) March 18, 2017
जबकि सागरिका घोष ने योगी आदित्यनाथ के ऊपर लगे आरोप गिनवाए|
Criminal intimidation, attempt to murder, trespassing on burial places, rioting: some charges against new UP CM. Cheerio folks
— Sagarika Ghose (@sagarikaghose) March 18, 2017
बरखा दत्त बोलीं की उनका ड्राइवर जिसने भाजपा को वोट दिया था उनसे बोला ये योगी हिंदू और मुसलमान को लड़ा ना दे हमने इसके लिए वोट नहीं दिया:
My driver in Lucknow, a BJP voter says, "Yeh (#yogi) Hindu Aur Musalman Ko Larva Na de.Humne Iske liye vote nahin Diya" #HisNameIsNotVikas
— barkha dutt (@BDUTT) March 18, 2017
जबकि राजदीप सरदेसाई ने कहा की ये सब तुष्टिकरण की प्रतिक्रिया है|
Rise of @YogiBJP is an indictment of 'secular' politics in UP over last 2 decades: reaction to minority appeasement is now minority bashing
— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) March 18, 2017
रोहित सरदाना ने उनकी क्लास ली जो ज़ाकिर नाईक से योगी की तुलना कर रहे थे| वो बोले ज़ाकिर से योगी की तुलना कर लेना, पहले उसे 2-3 बार सांसद तो बनवा लो! बाकी ओवैसी के पास ये संभावना हमेशा है क्योंकि वो लोकतंत्र का हिस्सा है।
ज़ाकिर से योगी की तुलना कर लेना, पहले उसे 2-3 बार सांसद तो बनवा लो! बाकी ओवैसी के पास ये संभावना हमेशा है क्योंकि वो लोकतंत्र का हिस्सा है। https://t.co/teDAS5mUJ3
— Rohit Sardana (@sardanarohit) March 19, 2017
ओम थानवीने कहा: योगी आदित्यनाथ का असली चेहरा। मोदी ने राजनीति में शुद्धि लाने का वादा किया था। सिलसिला परवान पर है। देश का सबसे बड़ा प्रदेश उस शख़्स को सौंप दिया है जिस पर दर्जनों आपराधिक मुक़दमे चल रहे हैं|
संतोष सिंह बोले की मोदी जी योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बना कर एक तीर से दो निशाना साधा है|
जबकि स्वामी व्यालोक ने कहा:
प्रकाश झा की फिल्म ‘राजनीति’ में मनोज वाजपेयी का एक संवाद है—करारा जवाब मिलेगा,करारा जवाब! आज अजहद ख़ुशी हो रही है कि एक आदमी ने मई 2014 से जो नकेल यहाँ के स्वनामधन्य बुद्धिजीवियों,आत्ममुग्ध विद्वजनों, वातानुकूलित कमरों में अरमानी के कपड़े पहन देश की जनता को पिछले 70 साल से ज्ञान देने वाले महानुभावों तथा धर्मनिरपेक्षता के झंडाबरदार पत्रकारों पर कसी है, कल उसकी परिणति(योगी आदित्यनाथ का चुनाव) इतनी बेहतरीन होगी,सोचा न था।
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