ये लेख पूर्णत: ज़ी न्यूज़ के वरिष्ठ पत्रकार रोहित सरदाना की कृति है और इसमें लिखे विचार भी उनके ही हैं| रोहित सरदाना की इस कृति में किसी भी तरह की छेड़छाड़ या संपादन नहीं किया गया है: “दीपावली आ गयी है. अदालत का आदेश भी आ गया है. दिल्ली और आस पास पटाखे नहीं […]