जेद्दाह: भारतीय मज़दूर तीन दिन से भूखे बैठे थे क्यूंकी सौदी अरेबिया की कंपनियाँ बंद हो गयी और उनको उन्होने नौकरी से निकल दिया| 8 महीने से वेतन भी नहीं दिया गया था भारतीय मजदूरों को और उनके पासपोर्ट भी मालिकों के पास पड़े हैं|
भारतीय मज़दूरों में से कुछ ने तो 3 दिन से कुछ खाया भी नहीं था, और उनकी आवाज़ सुनने वाला कोई नहीं था की कम से कम कोई उनसे दो वक़्त की रोटी तो पूछता!
भारतीय मज़दूरों की व्यथा सुनते ही सुषमा स्वराज ने जनरल वी के सिंह और एम जे अकबर, अपने साथियों, को इस पर नज़र रखने को कहा है और भारतीय मज़दूरों को अभी से ही मुफ़्त राशन और खाना पानी भी मिलने लगा है| सुषमा स्वराज से मदद इमरान नाम के एक व्यक्ति ने माँगी थी जिसके बाद तुरंत कार्यवाही हुई|
खुद सुषमा स्वराज ने आगे आकर कहा है की कोई भारतीय मज़दूर भूखा नहीं रहेगा और ये भी की जनरल वी के सिंह खुद सौदी अरेबिया जाकर भारतीय मज़दूरों के हक़ की पैरवी करेंगे और उनका बकाया पैसा दिलवाने में मदद करेंगे!
ये देखिए भारतीय मज़दूरों को खाना परोसा जा रहा है जेद्दाह में:
@Imran_khokhar84 @SushmaSwaraj @Gen_VKSingh @mjakbar @ajxtopcop @123nrs Food stff being delievred at Sisten/ Macrona pic.twitter.com/rAJhXsJZ8Z
— India in Jeddah (@CGIJeddah) July 30, 2016
सुषमा स्वराज की इस बात के बाद से भारतीय मज़दूर राहत की साँस ले रहे हैं, पर सोचने वाली बात है की सौदी जैसे अमीर देश में क्यूँ ग़रीब मज़दूरों की बात नहीं सुनी जाती?