योगी आदित्यनाथ ने जब भगवा वस्त्रों में मुख्यमंत्री की गद्दी संभाली थी तो बड़ी बातें हुईं! कई लोगों ने कहा की उनका भगवा वेश देश को अंधविश्वास के रास्ते पर ले जाएगा| पर अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वो करने जा रहे हैं जो ऑस्ट्रेलिया में पढ़े मॉडर्न अखिलेश यादव नहीं कर पाए|
योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश की राजनीति का एक बड़ा अंधविश्वास तोड़ने जा रहे हैं|
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री नोएडा में 25 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेने जाएँगे| प्रधानमंत्री 25 तारीख को नोएडा-कालकाजी मेट्रो लाइन का उद्घाटन करेंगे| उत्तर प्रदेश की राजनीति में नोएडा जाने को अच्छा नहीं माना जाता क्योंकि जो भी मुख्यमंत्री वहाँ गया उसने अपनी कुर्सी गँवा दी| केवल बहुजन समाज पार्टी की मायावती ही नोएडा 4 बार गयीं थीं और उन्होने भी कुर्सी गँवा दी| वीर बहादुर सिंह ने 1988, नारायण दत्त तिवारी ने 1989, मुलायम सिंह यादव ने 1995, कल्याण सिंह ने 1999 और मायावती ने 2012 में अपनी सत्ता खोई थी| इसके बाद से राजनीति में नोएडा जाने को अपशुकन सा समझा जाने लगा था|
चंद्रमोहन सिंह, जो भाजपा के प्रवक्ता हैं, उन्होने पत्रकारों को कहाँ की उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री धार्मिक हैं पर अंधविश्वासी नहीं|
पर ये देखना दिलचस्प होगा की कोई पत्रकार वहाँ उनसे उनके इस मॉडर्न ‘समझ’ पर कोई सवाल करते हैं या नहीं|