दारुल उलूम देवबंद हुआ आक्रमक, मोदी सरकार को घेरा

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दारुल उलूम देवबंद ने साफ साफ कहा है क़ी तीन तलाक इस्लाम का हिस्सा है ये भी की मुस्लिम समाज किसी भी कीमत पर समान नागरिक संहिता को मान्य नहीं करेगा|

दारुल उलूम देवबंद के मोहतमिम मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने यह भी कहा है की दारुल उलूम देवबंद पूरे देश में मुहिम चलाएगा जिसके तहत हस्ताक्षर लिए जाएँगे जो ये साबित कर देंगे की जिन लोगों की आड़ में समान नागरिक संहित और तीन तलाक़ के खिलाफ बोला जा रहा है वो 1% भी नहीं है|

दारुल उलूम देवबंद ने पूछा नाम बताओ उन देशों का जहाँ तीन तलाक़ हुए हैं बंद

दारुल उलूम देवबंद के मोहतमिम मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने तो ये भी बोला की जो लोग झूठ बोल रहे हैं की मुस्लिम मुल्कों में तीन तलाक का चलन खत्म हो गया है, पहले तो वो बताएं कि वो कौन से इस्लामी मुल्क हैं, जहां तीन तलाक नहीं है? उन्होने साफ साफ इस मुद्दे को मोदी सरकार का मॅनिफेस्टो का मुद्दा बताया और ये भी बता दिया की सबसे बड़े मुस्लिम देश सऊदी अरब की धार्मिक कमेटी ने मीटिंग करके फैसला कर दिया है कि तीन तलाक दिए जाएंगे| मतलब तीन तलाक़ और समान नागरिक संहिता पर दारूल उलूम देवबंद आक्रमक हो चुका है|

उन्होने कहा की “संविधान में सभी को अपने मजहब को मानने की आजादी दी गई है… मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अंदर निकाह, तलाक, इद्दत, गोद लेने सहित 14 चीजों को रखा गया है… इसके अलावा जितनी चीजे हैं उस पर अदालत फैसला करती है…इसलिए मुसलमान हर हाल में पाबंद है कि वह अपने मजहब की किताब कुरान की पैरवी करें…”

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