केरला: पहले आई खबरों के मुताबिक ऐसा माना जा रहा था की माता दुर्गा और भारत माता का अपमान करने वाला केरला से है पर अब सामने आया है की वो दरअसल मुर्शिदाबाद, पश्चिम बंगाल का रहने वाला कट्टरपंथी मज़दूर है!
24-वर्षीय अब्दुल वाहिद को केरला की पोलीस ने पकड़ लिया है| अब्दुल वाहिद ने तिरंगे का अपमान किया था और अपने फेसबूक पर एक पोस्ट डाला था की कैसे एक कुत्ता तिरंगा पहनकर अपनी जान बचाने के लिए दौड़ रहा है क्यूंकी बांग्लादेश का ध्वज पहने एक शेर उसको मारने ही वाला है|
सवाल ये है की पश्चिम बंगाल में रहने वाले और केरला में रोटी कमाने वाले अब्दुल का बांग्लादेश से इतना प्रेम क्यूँ? क्या वो अभी यहाँ अनैतिक तरीके से घुस कर कुछ कांड करने आया था?
ना केवल इतना ही, अब्दुल ने सारी शालीनता की हद पार करते हुए देवी दुर्गा की मूर्ति पर एक कुत्ते को मूत्र करते हुए भी दिखाया था| पहले ये खबर मात्र सोशियल मीडीया पर उड़ रही थी पर ये खबर अँग्रेज़ी के अख़बार मनोरमा ऑनलाइन.कॉम ने भी छापी है|
बांग्लादेश में हिंदू समुदाय की हालत किसी से छुपी नहीं है, वहाँ के हिंदुओं को कई बार उनके भारत के प्रति इज़्ज़त दिखाने के लिए प्रताड़ित किया जाता रहा है और उनके हिंदू धर्म के अनुयायी होने के कारण होती हिंसा की बात करने लगेंगे तो शायद बात कभी ख़त्म ही नहीं होगी| पर ऐसी मानसिकता के लोगों के भारत में घुसपैठ की खबर वाकई में देश की एकता और अखंडता के लिए ख्तरे की घंटी है| पहले दलित लड़की जीशा की मौत में शामिल व्यक्ति के बारे में भी उसके बांग्लादेश से जुड़े तारों की तरफ लोग दबी ज़ुबान से इशारा कर रहे हैं| और अब ये कांड!
इससे पहले केरला से ऐसे कई सामने आए हैं|जैसे की पाठकोट हमले के शहीद ई के निरंजन के बारे में एक अनवर सादिक़ नाम के 24 वर्षीय युवा ने अपशब्द लिख दिए थे|
नफ़रत की हद तो ये थी, की अनवर ने एक अलग फेक अकाउंट फेसबूक पर बनाया, अपने आपको एक पत्रकार जो की मध्यमां डेली नाम के अख़बार के लिए काम करता है बताया, और फिर सेनानी शहीद ई के निरंजन के बारे अपशब्द कहे|