करणी सेना के प्रवक्ता विजेंद्र सिंह ने हाल ही में एक बयान दिया की फिल्म पद्मावत में ऐसे कई आपत्तिजनक सीन हैं, जिनका इतिहास में कहीं भी वर्णन नहीं मिलता, जो भावनाएं आहत करते हैं। उन्होने गिनाया:
1.) गर्भवती महिलाएं कभी भी जौहर नहीं करतीं, लेकिन फिल्म पद्मावत में ऐसा दिखाया गया है।
2.) जब अलाउद्दीन खिलजी ने चित्तौड़ पर आक्रमण किया, तब वो 55 साल का था, लेकिन पद्मावत में उसे युवा और ताकतवर दिखाया गया है!
3.) खिलजी के सैनिक चित्तौड़गढ़ के दरवाज़े तोड़ नहीं पाए थे, खिलजी इस किले के दरवाजे को साथ लेकर दिल्ली आ गया था और फिर भरतपुर के राजा सूरजमल 400 साल बाद उस दरवाजा वापस लेकर आए थे। फिल्म पद्मावत में दिखाया है कि खिलजी ने उस दरवाजे को तोड़ दिया था|
4.) फिल्म के अंदर खिलजी को महारावल रतन सिंह को उनके ही दुर्ग में आकर चुनौती देते दिखाया गया है, क्या ये संभव है?
करणी सेना के ट्विटर हैंडल ने भी दो दृश्य गिनाए जो आपत्तिजनक बताए गये हैं और इतिहास से छेड़छाड़ के उसके आरोप को सही दर्शाते हैं::
5.) पद्मावत फ़िल्म में गोरा बादल नही है। उनकी जगह खिलजी की बीवी चुपचाप राजा रतनसिंह को भगा देती है!
6.) खिलजी और रतनसिंह जी में सिंगल तलवारबाजी होती है जिसमे रतनसिंह हारते है , जो इतिहास में दर्ज है ही नहीं!